देश में किसी भी कोने में राजनीति हो और देश की राजधानी दिल्ली की बात ना हो ऐसा कैसे हो सकता है बता दें कि यहां पर चाहे केंद्र की हो या फिर प्रदेश को लेकर राजनीति हमेशा से ही सुर्खियों में बनी रहती है। बता दें कि विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी की प्रचंड जीत के आगे आम आदमी पार्टी ने पहली बार चुनाव में करारी शिकस्त मिली है।
Delhi Election Results News Today
बीजेपी के द्वारा अपने दम पर बहुमत पर करते हुए 47 सीट पर अभी तक जीत दर्ज किया जा चुका है वही 1 सीट पर लीड ले रखा है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी की ओर से 21 सीट जीतकर एक सीट पर आगे चल रही है। यानी दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली है।
दिल्ली में लगातार तीन बार आम आदमी पार्टी जीत के बाद करारी हार हुई है और इसमें आम आदमी पार्टी के बड़े-बड़े दिग्गज थी चुनाव हार चुके हैं हालांकि आम आदमी पार्टी की मुख्यमंत्री आतिशी जितने में जरूर कामयाब रही।
यहां तक की आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी अपना चुनाव हार चुके हैं वहीं पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी चुनाव हार चुके। बीजेपी पार्टी के द्वारा अपने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी यह तो सभी को पता चल चुका है लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल दिल्ली में रहने वाली जनता को अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा और अभी से मीडिया में ग्यास लगाने शुरू हो चुके हैं कि अगला मुख्यमंत्री बीजेपी की ओर से कौन सा हो सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी ओर से मुख्यमंत्री का कैंडिडेट घोषित किया लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए लेकिन अबकी बार बीजेपी पार्टी ने रणनीति को बदलते हुए बिना किसी चेहरे के चुनाव लड़ा और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। इसी बीच अब बीजेपी दिल्ली में भी मुख्यमंत्री को लेकर एक बार फिर से सभी को सरप्राइज दे सकती है लेकिन बीजेपी पार्टी में तमाम बड़े नेता हैं जिनके प्रयास लगाए जा रहे हैं कि इनमें से कोई भी मुख्यमंत्री का चेहरा बन सकता है।
भारतीय जनता पार्टी लगातार लोकसभा के बाद चुनाव में बंपर जीत हासिल की है जिसमें हरियाणा और महाराष्ट्र में लगातार अच्छी जीत के साथ अब दिल्ली भी 27 साल वापसी की है ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा नया मुख्यमंत्री जातिगत समीकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय संतुलन की बनाने की पूरी कोशिश किया जाएगा।
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दिल्ली में आज वोटो की गिनती के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने लीड बनाई जो कि अंत तक बरकरार रखा और आम आदमी पार्टी एक बार भी बहुमत के आंकड़े के करीब जरुर पहुंचा लेकिन पर नहीं कर पाई।
बता दे कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी दिल्ली में आगामी मुख्यमंत्री को लेकर सभी विधायकों में मुख्यमंत्री चर्चा चल रही है उसमें सबसे आगे प्रवेश वर्मा का नाम चल रहा है। और उनके द्वारा बीते 12 से 13 साल से दिल्ली राजनीति में सबसे बड़े आम आदमी पार्टी के चेहरा अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से हराया है।
1). प्रवेश वर्मा
प्रवेश वर्मा का राजनीतिक अनुभव रहा है और वे दो बार सांसद भी बन चुके हैं। और उन्होंने अबकी बार अरविंद केजरीवाल को हराने के बाद सबसे मुख्यमंत्री की रेस में आगे हैं। प्रवेश वर्मा के पिता भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं और वे दिल्ली से बाहर होने के बावजूद एक बार फिर नई दिल्ली में अपनी ताकत का एहसास कराया है और उनके पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं और उन्होंने अपनी राजनीति में ताकत बनाई है।
बता दें कि प्रवेश वर्मा दिल्ली के प्रमुख युवा चेहरों में नेता है और वह जाट समुदाय से आते हैं ऐसे में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद ग्रामीण दिल्ली, हरियाणा पश्चिमी यूपी और राजस्थान के जाट वॉटर की ओर संदेश पहुंचेगी। वही उनके द्वारा जीत के बाद उन्होंने अमित शाह से भी मुलाकात किया है।
2). विजेंद्र गुप्ता
भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के अध्यक्ष रह चुके विजेंद्र गुप्ता भी एक बड़ा चेहरा है और वह वैश्य चेहरे के रूप में मुख्यमंत्री बन सकतेहैं। उनके द्वारा आम आदमी पार्टी की जबरदस्त लहर होने के बाद भी बीते दोनों विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज किया था। वर्ष 2015 विधानसभा चुनाव दिल्ली के दौरान भारतीय जनता पार्टी के तीन विधायक जिसमें उनका भी एक नाम था। इसके अलावा उन्होंने बीते विधानसभा चुनाव 2020 में भी लगातार जीत दर्ज किया। इसके अलावा भी दो बार दिल्ली विधानसभा नेता प्रतिपक्ष भी बन चुके हैं। उनके द्वारा दिल्ली की सभी समस्याओं को समझने में भी बेहतरीन तारिक दिखाई देता है।
3). वीरेंद्र सचदेवा
बता दे कि भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का परिणाम अगले मुख्यमंत्री के तौर पर नाम चर्चा में चल रहा है और भी पंजाबी लॉबी का प्रतिनिधित्व करते हैं। दिल्ली में पंजाबी वोटर की संख्या भी काफी मात्रा में है ऐसे में बिना पंजाबी के दिल्ली के सत्ता में रहना काफी कठिन होता है ऐसे में भाजपा मुख्यमंत्री के तौर पर उनके नाम पर भी सोच सकती है।
4). मनोज तिवारी
बीजेपी को इस बहुमत वाली सरकार में पूर्वांचल समाज के लोगों का भी बड़ा रोल आ रहा है ऐसे में इसके लिए सबसे बड़े चेहरे के रूप में सांसद मनोज तिवारी का नाम आगे आ रहा है। और उनके द्वारा कई अवसर पर दिल्ली में सबसे बड़े नेता होने का अपने आप को पेश भी किया है वहीं देखना होगा कि उनको दिल्ली के नई सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में बनाया जा सकता है।
क्या महिला मुख्यमंत्री हो सकती हैं?
बीजेपी पार्टी में दिल्ली में मुख्यमंत्री को लेकर मीडिया रिपोर्ट में महिला कैंडिडेट के भी नाम चल रहे हैं जिसमें तीन नाम शामिल हैं जो कि भारतीय जनता पार्टी के तेजतर्रार महिला नेता मानी जाती है। जिसमें बांसुरी स्वराज, स्मृति ईरानी व मीनाक्षी लेखी यह तीनों ही महिला भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के लिए योग्य होने के साथ-साथ लोकप्रिय भी मानी जाती हैं।
दिल्ली में 15 साल तक कांग्रेस पार्टी की ओर से शीला दीक्षित महिला का एक बड़ा चेहरा रही है उसके बाद आम आदमी पार्टी से आतिशी मुख्यमंत्री रहते हुए मौजूदा विधानसभा में जीत दर्ज किया है ऐसे में भारतीय जनता पार्टी आम आदमी पार्टी की ओर महिलाओं के अधिक और रुख को देखते हुए महिला मुख्यमंत्री का चुनाव कर सकती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत जरूर हासिल की है लेकिन इसमें कुछ ऐसी सीट जहां पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला। और हार जीत का अंतर बहुत कम देखा गया है।
- जिसमें पहले सबसे कम वोटो से जीत वाली सीट संगम विहार है जहां पर भारतीय जनता पार्टी के चंदन कुमार चौधरी को 344 वोटो से जीत हासिल हुआ। उनको कुल वोट 54049 प्राप्त हुआ। वही आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया को 53705 वोट प्राप्त हुए। वहीं तीसरे स्थान पर कांग्रेस पार्टी के हर्ष चौधरी जिनको 15863 वोट प्राप्त हुए।
- दिल्ली में सबसे कम दूसरी जीत का अंतर 392 वोट का रहा जो की त्रिलोकपुरी सीट में देखा गया यहां पर भारतीय जनता पार्टी के रवि कांत को कुल वोट 58217 वोट प्राप्त हुआ। वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की अर्चना प्राचा का कुल वोट 57825 प्राप्त हुए। वहीं तीसरे स्थान पर कांग्रेस पार्टी के अमरदीप को 6147 वोट प्राप्त हुए।
- विधानसभा चुनाव के दौरान तीसरी सबसे कम जीत का अंतर 675 वोटो का रहा जो की जंगपुरा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह जीत हासिल किया उनका कुल वोट 38859 प्राप्त हुआ। वही दूसरी और आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया को कुल वोट 38184 प्राप्त हुए। तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार फरहाद सूरी जिनको 7350 वोट प्राप्त हुआ।
- चौथी सबसे कम वोट से जीत की बात करें तो यह तिमारपुर सीट पर सूर्य प्रकाश खत्री ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुरेंद्र पाल को 1168 वोट से हराया।
- पांचवीं सबसे कम वोट की जीत 1231 वोटो की रही जो की राजेंद्र नगर सीट पर देखा गया। जिसमें आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक चुनाव हार गए और उनको उमंग बजाज ने हराया
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